गर्भधारण होने के शुरुआती लक्षण First Signs of Pregnancy Garbhawasth Ke Sanket

गर्भधारण होने के शुरुआती लक्षण First Signs of Pregnancy Garbhawasth Ke Sanket


अक्सर महिलाएं इस परेशानी में पड जाती है की वो गर्भवती है या नहीं! इसके लिए वो कई तरह के टेस्ट कटी है! लेकिन महिलाओं का शरीर स्वयं ऐसे कई संकेत देता है जिससे ये बड़ी आसानी से पता किया जा सकता है की वो महिला गर्भवती है या नहीं!

जब शरीर गर्भधारण करने के लिए तैयार है तो उस समय स्त्रियों को शरीर में कई तरह के परिवर्तन नजर आने लगते है! अगर गर्भवती महिला इन संकेतों पर गौर करे तो वो अपने गर्भवती होने का आसानी से पता कर सकती है! Garbhdharan Hone Ke Shuruati Lakshan Know Pregnancy Signs.

गर्भवती होने के लक्षण जो अपने शरीर में गर्भावस्था में आप महसूस सकती है!


अधिकतर महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान शरीर कई प्रकार के ऐसे संकेत देता है जिससे ये जाना जा सकता है की स्त्री का शरीर गर्भ धारण कर चुका है या नहीं!

स्त्री में गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते है! जैसे स्वाभाव में चिडचिडापन होना, थकावट होना प्रेगनेंसी के संकेत है! महिलाओं को शुरुआती लक्षणों में सिरदर्द भी होता है!
कोई भी स्त्री जब गर्भधारण करती है तो ये समय उसके जीवन को एक महत्वपूर्ण सुखद अहसास से भर देता है! शरीर कई प्रकार से साफ़ संकेत देता है, स्त्री को स्तनों में दर्द, भारीपन और तनाव महसूस होता है! जो गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण माने जाते है! बहूत सी स्त्रियों को अपने आप ही आभास हो जाता है की वो गर्भधारण कर चुकी है! लेकिन सभी को ये पता नहीं चल पाता है और असमंजस में रहती है!

गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण

इनमे से कई लक्षण गर्भ धारण करने के चौथे से आठवें हफ्ते में ही दिखाई देने लगते है, जो इस प्रकार से हो सकते है जैसे की :

  • स्वभाव में चिडचिडापन आना
  • थकान महसूस होना
  • उलटिया होना या महसूस होना
  • घबराहट होना
  • स्तनों में दर्द होना
  • शरीर में ढीलापन होना
  • सुबह के समय अधिक कमजोरी महसूस होना 
  • कमर दर्द, पावों में सुजन होना या चेहरे पर सुजन होना! मासिक धर्म बंद हो जाना
  • स्त्री को योनी स्त्राव होना और श्रोणि में ऐंठन होना इन अभी स्थितियों में बदलाव भी आते रहते है!
महिला को बार बार अधिक पेशाब आता है और पीरियड्स बंद हो जाते है जो गर्भवती होने के लक्षण है! स्त्री की त्वचा में भी बदलाव आने शुरू हो जाते है!
गर्भावस्था के दौरान शरीर में बनने वाले क्रोनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन की वजह से तबियत ठीक नहीं लगती है! लगभग 12 से 14 हफ्ते में इस हार्मोन में बहूत तेजी से कमी होने लगती है! इसके साथ ही स्त्री को दूसरी तिमाही के शुरुआत में उलटी आनी बंद हो जाती है!