बेजान त्वचा में कसाव लाने के लिए क्या करे? Ruff Dry Skin Tightening Treatment

व्यक्ति को जीवन में कई प्रकार की परेशानियों और अनुभवों से गुजरना पड़ता है जैसे गर्भावस्था, वजन में कमी या अधिकता, उम्र बढ़ने की चिंता इत्यादी एन सभी वजहों के कारण अक्सर शरीर की त्वचा अपना प्राकृतिक कसाव और चमक खो देती है व त्वचा ढीली पड़ने लगती है! शरीर के हर अंग की स्किन फिर वो चाहे हाथो और पैरो की हो या पेट, चेहरे, गर्दन इत्यादी जगहों की हो!

अब आपको फिकर करने की जरूरत नहीं कुछ उपायों को अपना कर आप फिर से अपनी त्वचा में कसाव ला सकते है! और अपने नजदीकी व्यक्ति के आकर्षण का कारण भी बस आपको अपनी जीवन शैली में थोडा बदलाव लाने की जरूरत है और कुछ चीजो का नियमित तरीके से पालन करना होगा!

बेजान त्वचा में कसाव लाने के लिए उपाय? Skin Tightening Care Tip

अगर आप बेजान व चेहरे के कालेपन से दुखी है और उसमे कसाव भी नहीं है तो परेशान नहीं हो, किसी अच्छे कॉस्मेटिक क्लिनिक से या फिर ब्यूटी सलून से महीने में 1 बार ट्रिपल आर फेशिअल करवाए! (Facial Treatment) इससे आपकी त्वचा को पोषण मिलेगा तथा इससे रीहाईड्रेट, रीजेनेरेट, और रीजुवीनेट हो जाती है!

इससे त्वचा में कसाव आता है और वो जवां रहती है ये स्किन पर उम्र का प्रभाव पड़ने से भी रोकता है और नयी त्वचा से रंगत व कसावट बनी रहती है! ट्रिपल आर फेशिअल से स्किन को अप्लिफ्टिंग मशीन के जरिए लिफ्ट करा जाता है!

प्राकृतिक उपाय Home Remedies for Skin Tightening
आप रोजाना रात में कुछ बादाम भिगो कर रख दे और सुबह छिलका निकालकर उसे पीसकर उसमे पका केला, गुलाब जल और केलेमाइन पाउडर मिलाकर पेस्ट बनाये फिर उसे अपने चेहरे की स्किन पर स्क्रब करे इससे चेहरे में चमक आयेगी और कसावट भी बढ़ेगी जिससे आप अधिक जवां दिखेंगे तथा ताजगी महसूस होगी!

  • अधिक पानी पिए - इससे शरीर में कसावट आती है, रोज तकरीबन 2लीटरपानी जरूरी है शरीर को इससे पानी की कमी नहीं होती है दूषित पदार्थ शरीर से बहार निकल जाते है और पेट एकदम साफ़ सुथरा रहता है त्वचा में ताजगीआने लगती है शुष्कता खत्म हो जाती है और झुर्रिया भी गायब होने लगती है
  • हरी सब्जिया और फल - शरीर के लिए जरूरी है, इससे निखार बढ़ता है विटामिन सी का प्रयोग खाने में बढ़ाये पलक, हरी मटर त्वचा देखभाल और पोषण के लिए बहूत जरूरी है!
     

Use Skin-Firming Cream-क्रीम और लोशन का प्रयोग

आप अपनी त्वचा में कसाव (Skin Tightening Treatment) लाने वाली क्रीम या कोई लोशन का इस्तेमाल कर सकते है! लेकिन लगाने से पहले किसी अच्छे डरमेंटोलोजीस्ट (Dermatologist- Skin Doctor) से सलाह करके अपनी स्किन के बारे में जरूर जानकारी प्राप्त कर लेताकि इससे होने वालेरिएक्शन से बचा जा सके! जिनमें विटामिन ऐ,इ और कोलेजन (Vitamin A, E aur collagen)  हो उसी का इस्तेमाल करे इनसे त्वचा में कसावट आती है
  • शरीर के उन हिस्सों पर दिन भर में 1 बार क्रीम या लोशन का प्रयोग करे जिस हिस्से में कसाव की अधिक जरूरत है
  • एलो (Aloe) का इस्तेमाल स्किन टाइटनर के तौर पर बहूत अच्छा माना जाता है और ये प्राकृतिक भी है, आप उन प्रोडक्ट्स का उपयोग कर सकते है जिनमे एलोवेरा का इस्तेमाल हो इसे ध्रत्कुमारी भी कहा जाता है!

दिनभर में अधिक 7-10 गिलास पानी पिए: Drink Minimum 7-10 Glass Water Daily

  • शरीर का अधिकतम भाग पानी से बना है और इसे पानी की अधिक जरूरत पड़ती है, पानी पीने से शरीर के जहरीले तत्व बहार निकल जाते है और त्वचा स्वस्थ रहती है, ज्यादा ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की कोसिस करे अच्छे फल के लिए 7-10 गिलास पानी जरूरी है इससे स्किन में नमी बनी रहती है और त्वचा को भरपूर पोषण मिलता है! सादा पानी ज्यादा नहीं पी पा रहे है तो आप हर्बल चाय, नारियल पानी, भी पी सकते है!
  • चाय काफी का इस्तेमाल हो सके तो एकदम बंद कर दे या थोडा ही पिए (दिनभर में 1 बार), बीडी, पान मसाल, शराब आदि जहरीले पदार्थो के सेवन से बचे
  • नहाते वक़्त पानी में बेबी आयल या आलमंड आयल की कुछ मात्र मिला ले इससे स्किन को पोषण मिलेगा और उसमे नमी बनी रहेगी जिससे त्वचा लम्बे समय तक खिली रहेगी!

व्यायाम और योग करे- Do Exercise and Yoga

  • रोजाना दिन में एक बार योग जरूर करे इससे आपको ताजगी और स्फूर्ति तो मिलेगी ही साथ में मन शांत और तेज भी होगा!, शरीर में मजबूती आयेगी, त्वचा में कसावट और शरीर के हर अंग में मजबूती बढ़ेगी!
  • जिम में किये जाने वाले सभी एक्सरसाइज त्वचा में कसाव लेन में सक्षम होते है जैसे : पुश-अप, पुल-अप से शरीर के उपरी भाग को लाभ मिलता है जबकि सिट-अप और स्कवैट से पेट तंदरुस्त होता है और मजबूत हो जाता है! पैरो व निचले हिस्से के लिए जुम्पिंग जैक और छलांग किया जाना बेहतर होता है आप स्वीपिंग भी कर सकते है!

धुप से बचे- Save Skin From Direct Sunlight

 त्वचा को सूरज की रौशनी में ज्यादा देर न रहने दे उसे सूरज से बचे, इससे त्वचा को निकसान पहुचता है, त्वचा की नमी सूख जाती है और कालापन आ जाता है स्किन जल भी जाती है अधिक असर होने पर जो लम्बे समय तक उसका असर रहता है!

त्वचा में काफी रूखापन है, कैसे दूर करें? Treatment of Dry Skin

अक्सर रूखी स्किन वाली महिलाये और लडकिया त्वचा के रूखेपन से परेशान रहती है और कई तरह के उपाय सुन्दर दिखने के लिए अपनाती है, स्किन को सौम्य और साफ़ रखने के लिए कई प्रकार के प्रयोग करती है!

Skin Dryness Problem - त्वचा में रूखापन क्यों आता है?

वैसे तो सर्दियों में त्वचा की सबसे बड़ी समस्या उसका रूखापन (Dry Skin) माना जाता है, साबुन और फेसवाश का इस्तेमाल चेहरे पर करने से भी उसमे रूखापन बढ़ जाता है, क्लींजिंग करने से उसकी प्राकृतिक चमक और नमी ख़तम हो जाती है और वो बेजान व रूखी होने लगती है, होठ, हाथो, और टांगो की स्किन में नमी की कमी से उसमे खारिश उत्पन्न होती है और वो रूखी दिखती है

अगर आप भी कोई तरीका ढून्ढ रही है तो ये तरीका जरूर अपनाए-


अक्सर हमारे शरीर में किसी न किसी प्रकार की कमी की वजह से त्वचा में इस तरह की दिक्कत हो सकती है, इसलिए कोई क्रीम या मेडिसिन लगाने से पहले डॉक्टर से अपनी (checkup your skin to dermatologist ) स्किन की जाँच जरूर करवा ले जिससे त्वचा को होने वाले नुक्सान (side effect ) से बचा जा सके!

Dry Skin Treatment- रूखी त्वचा के लिए साधारण और आसान उपाय

  • डॉक्टर के द्वारा बताई हुई दवाई का सेवन करे, इसके अलावा आप एलोवेरा का जेल प्रयोग करे, इसमे  पाए जाने वाले मॉइस्चराइजिंग एजेंट्स (moisturizing agents)से स्किन का रूखापन ठीक हो जाता है तथा चेहरे का कालापन भी समाप्त होने लगता है!  
  • एलोवेरा के अलावा शहद का इस्तेमाल भी किया जा सकता है क्योकि ये प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र होता  है जिससे स्किन को बहूत लाभ मिलता है चेहरे का रूखापन, कालापन, व टेंनिंग तो दूर होता ही है और साथ में इससे त्वचा में ताजगी आती है व मुलायम, कोमल और चमकदार हो जाती है!
  •  जैतून के तेल की कुछ बूंदे एक कप दूध में मिलकर एक बोतल में रख ले और फिर रुई के छोटे टुकड़े के जरिये इसे चहरे पर लगाए इससे आपकी रूखी स्किन dry skin अच्छी हो जाएगी!
  • आप तेल का इस्तेमाल भी कर सकते है, तिल के तेल में थोड़ी दूध की मलाई या फिर क्रीम मिले और अच्छी प्रकार से मिला ले और उसे अपने गर्दन और फेस पर अच्छी प्रकार लगाए, लगभग 20 मिनट मसाज करके उसे पानी से साफ़ कर ले, आपके चेहरे पर चमक बढ़ेगी और मुलायम व नर्म हो जाएगी, तिल का तेल नहीं हो तो ओलिव आयल भी प्रयोग कर सकते है!
  • बादाम व शहद बराबर मात्रा में मिलकर क्युतिक्ल्स और नाख़ून (nails) में लगाए औरमालिश करे! 15 मिनट बाद उसे गिले कपडे से पोछकर साफ़ कर ले, रंगत और निखार बढ़ जायेगा!

कुछ और प्राकृतिक उपाय
  • चिकनी और साफ सुथरी स्किन के लिए 3 चम्मच गुलाबजल में 1 चम्मच ग्लीसरीन मिलाये फिर उसे अपनी त्वचा पर 30 मिनट लगा कर पानी से घो ले!
  • पिघली चोकलेट लगाए इससे शुष्क बेजान चेहरा, हाथ और पाँव नर्म और कमल बन जाती है!
  • मुलायम त्वचा बनाने के लिए 2 केले मिक्सी में अच्छी तरह फेंट ले और उसे लगाए!
  • अंडे के पीले भाग को लगाए इससे शुष्कता समाप्त होगी!
  • ज्यादा शुष्क स्किन होने पर नहाते समय 2 चम्मच सिरका एक मग पानी में मिलकर शुष्क स्किन पर लगाने पर लाभ होगा!

मधुमेह की रोकथाम के उपाय संभव है- Diabetes Prevention and Treatment

मधुमेह की रोकथाम संभव है,खासतौर पर Type-2 डायबिटीज के मरीजो में, Type-2 की रोकथाम में यह बात ध्यान देने योग्य है की व्यायाम, दिनचर्या तथा खानपान में परिवर्तन द्वारा 35 प्रतिशत व्यक्तियों में मधुमेह की रोकथाम की जा सकती है, वही दवाइयों द्वारा 10 से 18 प्रतिशत व्यक्तियों में यानी रोकथाम का सबसे बेहतर उपाय है नियमित व्यायाम, खानपान में परिवर्तन तथा वजन में कमी,

यह खासतौर पर ऐसे व्यक्तियों के लिए है जिन्हें मधुमेह होने की आशंका हो यानि जो- People who could be affected with diabetes

  • व्यक्ति मोटे हो
  • जिन के मातापिता को डायबिटीज हो
  • जिन व्यक्ति का रक्तचाप (हार्ट प्रेशर) अधिक हो
  • स्थिर दिनचर्या वाले लोग
  • जिनको इम्पेयर्ड ग्लूकोज टोलेरेंस हो 
  • जिन के शरीर पर बदरंग दाग हो (जन्म से ही), जिन्हें अकेंनथोसिस निगरीकन्स कहते है
  • जिन की उम्र 45 से अधिक हो, ऐसे सभी व्यक्तियों को अपना ब्लड ग्लूकोस टेस्ट कराना चाहिए और यदि यह गड़बड़ है तो इलाज (treatment)  रोकथाम(prevention) या उपाय (solution) करना चाहिए
जिन व्यक्तियों का ब्लड ग्लूकोस ग्लुकोज इम्पेयर्ड है उनमें मधुमेह की रोकथाम संभव है परन्तु उस के लिए नियमित दवा एवं जाँच भी करानी पड़ती है!

तब रोकथाम और इलाज (Treatment) में फर्क क्या हुआ? 

जिस प्रकार हम पोलियो या डीटीपी के कुछ खुराक या टीका लगा कर उस से आजीवन बचते है उसी प्रकार मधुमेह की रोकथाम में हम प्रतिदिन दवा ले कर मधुमेह होने से रोकते है और इस की गारंटी भी नहीं होती है, जैसे ही आप का ब्लड ग्लूकोस बढे आप को इलाज चालू कराना होता है!

डायबिटीज की रोकथाम से फायदा क्या होगा? Benefits of Diabetes Prevention?

रोकथाम का फायदा यह है की हम जितने समय के लिए भी मधुमेह को होने ( Diabetes Prevention) से रोक पाए उतना समय हम ने मधुमेह के गंभीर प्रभावों को उत्पन्न होने के लिए कम कर दिया, आप सभी यह जानते ही है की मधुमेह एक आजीवन रोग है और इस के गंभीर पराभाव अवश्यम्भावी है जिन की विकास यात्रा को सिर्फ धीमा किया जा सकता है!

जिन व्यक्तियों को मधुमेह है या होने की सम्भावना डॉक्टर द्वारा व्यक्त की गई है उन्हें 6 माह या वर्ष में एक बार अपना रक्त परिक्षण जरूर करना चाहिए!

किस बीमारी में क्या जाँच (टेस्ट ) कराए- Test or Check up of Disease

हर व्यक्ति कभी न कभी बीमार पड़ता है और जब वो रोगी अस्पताल जाता है तो डॉक्टर उसे कई तरह के जाँच कराने के लिए कहता है जिससे बीमारी का उचित समाधान निकल सके अथवा उस रोग का पता चल सके जिससे रोगी पीड़ित है!

बिना जाँच किये रोग का इलाज करना या कराना खतरनाक हो सकता है इसलिए बीमारी की जाँच जरूर करनी चाहिए, रोग के लक्षणों को समझना और उसे जांचना जरूरी होता है! डॉक्टर रोगी की अवस्था और परेशानियों के अधर पर विभिन्न टेस्ट या जाँच कराता है! आइये जानते है के विभिन्न रोगों के लिए क्या टेस्ट जाँच की जाती है!

रोग के प्रकारलक्षण और जांच

Types of Diseases, Symptoms And Test:



लक्षण
Symptoms
रोग या बीमारी
Disease
क्या टेस्ट जांच कराए
Which Test Required
पेट दर्द अथवा सूजन होने पर
Stomach ache and swelling
डेंगू रोग
Dengue disease



प्लेटलेट काउण्ट
Platelet count
शरीर में कंपकंपी होना
Body Shivering
टायफाइड
Typhoid
सिर दर्द महसूस होनाभूख-प्यास न लगना
Feeling headache, no thirst and appetite issue

डेंगू बुखार
Dengue fever
मूर्च्छा (बेहोशी) सी छाई रहना
Sensation of faintness
अधिक दिनों तक खांसी होना
Cough for long time


तपेदिक (टी.बी.)
Tuberculosis

टोटल ल्यूकोसाइट काउण्ट

Total leukocyte count

बुखार बने रहना तथा रात में अचानक पसीना छूटना
Sensation of fever and sweating at night
डिफेसेशियल ल्यूकोसाइट काउण्ट
Deficiecial Leukocyte Count
बलगम के साथ खून आना
Blood with expectoration
पेरियर्ल स्मीयर
Periyarl Smear
मुर्झाया चेहरा
Faded face

एनीमिया (खून की कमी)
Anemia
मीन करपोसकुलर
मीन करपोसकुलर कंस्ट्रक्शन
Mean curposecular construction
बार-बार भूख लगना
Repeatedly appetite


पेट में कीड़े होना
Worms in the stomach


मल की जांच
Stool Test
शरीर में खुजली होना
Itching in the body
सोते समय दांत किटकिटाना
Teeth grinding at night
गर्दन व त्वचा के नीचे गांठें पड़ जाना
Tumors in the skin and neck
गर्दन की गांठे
tumors of the neck
ई. एस. आर.
E.S.R
पेशाब में संक्रमण होना
Infection in the urine







मधुमेह (डायबिटीज)
Diabetes


पेशाब की जांच
Urine Test
पेशाब में शूगर की मात्रा बढ़ना
Enhancement of sugar in the urine
थकावट तथा कमजोरी
Exhaustion and weakness
ब्लड शुगर
Blood Sugar
भूख-प्यास का ज्यादा लगना
Too much appetite and thirst
(ब्लड शुगर) यह जांच कोई भी करा सकता है।
(Blood Sugar) any person can check up this test
यूरिनरी टेक्ट में संक्रमण
Infection in the urinary duct
(ब्लड शुगर) डॉक्टर की सलाह से खाली पेट जाँच कराए
(Blood Sugar) on the empty stomach according to the doctor
पैरों में सूजन
Swelling in the feet
(ब्लड शुगर) ग्लूजकोज देने के बाद इस चेकअप को कराना चाहिए।
(Blood Sugar) this check up should be tested after giving glucose
गर्भावस्था में खून में शर्करा का बढ़ना
during pregnancy higher level of sugar in the blood
गर्भावस्था में शरीर मे शर्करा की मात्रा अधिक हो जाना
during pregnancy higher level of sugar in the body \
ग्लूकोज टालरेंस टेस्ट
Glucose tolerance test
पैरों या आंखों के पास सूजन
Swelling in the feet and around eyes



गुर्दे का रोग
Lungs Disease
सीरम किएटीनाइन
Serum kiatinin
उच्च रक्तचाप की शिकायत
High Blood Pressure
ब्लड यूरिया नाइट्रोजन
Blood urea nitrogen
पेशाब में जलन महसूस होना
Inflammation in urine

प्रोटिंस

Proteins test
पथरी की शिकायत होना
Problem of stone
एलब्यूमिनग्लोब्यूलिन
Albumin, globulin
बार-बार दस्त होना
Loose motions repeatedly


डायरिया
Diarrhea


सीरम क्लोराइड
Serum chloride
उल्टियां आना
vomiting
आंतों में अकड़न महसूस करना
Feeling stiffness in the intestine
आंखों व त्वचा में पीलापन
Paleness in the eyes and skin



जिगर खराब होना
Problem in Liver
एस. जी. ओ. टी.
S.G.O.T
एस. जी. पी. टी.
S.G.P.T
गहरे पीले रंग का पेशाब
Dark yellow color urine
खारिश व जी मिचलाना
Irritation in the throat and belching
सीरम बिलिरूबिन
Serum bilirubin
सफेद रंग का मल आना
White color of the stool
एल्कलाअन फासफेट्स
Alkaline phosphates
अधिक पसीना आना
Excessive sweating






हृदय सम्बन्धी रोग
Heart Related Disease
सी.पी.के. (एन.ए.सी.)C.P.K.(N.A.C.)
असामान्य दिल की धड़कन
Abnormal pulse rate of the heart
सी.पी.के. (एम. बी.)
C.P.K. (M.B.)
ह्रदय में सरसराहट या ताज धड़कन होना
High Heart beat
एस.डी.एच.
S.D.H.
दिल का दौरा पड़ना
Heart attack
एच. डी.एल.कोलेस्ट्रोल
H.D.L., cholesterol
एच.डी.एल. कोलेस्ट्रोल
H.D.L., cholesterol
एच. डी. एल.कोलेस्ट्रोल
H.D.L., cholesterol
अधिक मोटापा
Fatness
रक्तचाप बढ़नाचक्कर आना
High blood pressure, feeling giddiness
चलने में थकावट
Tiredness while walking


एनीमिया (खून की कमी)
Anemia (Blood Deficiency)
हीमोग्लोबिन टेस्ट
Hemoglobin Test
सुस्ती का अहसास
Sensation of laziness
रेड ब्लड सेल काउण्ट
Red blood cell count
नाखूनों का नाजुक होना और उनमे खुरदरापन आ जाना
Roughness and softness in the nails
एम.सी.बी.
M.C.B.


ये विभिन्न प्रकार के जाँच अथवा टेस्ट डॉक्टर्स करने की सलाह देते है अलग अलग परिस्थितियों के अनुसार, ये जरूरी है के जाँच करने के बाद ही बीमारी का उचित इलाज हो सकता है!