Arthritis Immunity Disease -What Should Not Be Eaten in Arthritis
गठिया रोग में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए! गठिया रोग में जरूरी परहेज से सम्बंधित जानकारी! जो आपको इस दर्द भरे रोग से बचने में बहूत मदद करेंगे! गठिया को वातरोग भी कहा जाता है, और इंग्लिश में इसे Arthritis (आर्थराइटिस) कहते है!
ये बीमारी हड्डियो की बीमारी है! जिसके कारण व्यक्ति के जोड़ो में जकडन, सुजन और तेज दर्द होता रहता है! आज हम जानेंगे की इस रोग में जीवनशैली और खानपान में क्या परिवर्तन करना चाहिए, जिससे दर्द और बीमारी से बचने में लाभ मिल सके!
गठिया रोग में संतुलित और आसानी से पच जाने वाला भोजन ही करना चाहिए!
जैसे की -
- चोकर वाले आटे की रोटी, छिलके वाली मूंग की दाल खाना चाहिए ये पेट के साथ साथ सेहत के लिए भी लाभकारी होता है!
- मक्का, गेहूं, जई, जौ, राई, बाजरा, बार्ली, कनारी के बीज इत्यादी सेवन करना चाहिए!
- गठिया के रोगी सब्जियों और फलो का सेवन करे! सब्जियों में बथुआ, सहिजन, सरसों का साग, मेथी, लौकी, ककड़ी, पत्ता गोभी, तुरई, गाजर, परवल, अमरुद, आलू, अदरक, शकरकंद, लहसुन और करेला इत्यादी का सेवन करना चाहिए!
- गठिया की बीमारी में सेम व अन्य फलीदार सब्जियों जैसे की बींस का सेवन करें!
- चेरी, ओट्स, मशरूम, संतरा, चौलाई, हरी पत्तेदार सब्जियां, भूरे चावल, सोंठ, मेथी, गेहूं का अंकुर, नाशपाती, कद्दू, सूरजमुखी के बीज, (सोया बडी, सोया मिल्क, टोफू सोया पनीर, आदि) पपीता, अंडा, लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली, अनानास, अजवायन!
गठिया रोग में कौन से फल खाने चाहिए? Eat These Fruits in Arthritis.
- अनार, आडू, अंगूर, आम, एलोवेरा, आंवला, लहसुन, सेब, सूखे आलूबुखारे, तरबूज, स्ट्रॉबेरी, आलूबुखारा और ब्लूबेरी !
- डेयरी के उत्पाद जैसे की दूध और दूध से बनी चीजें जैसे की पनीर और दही इत्यादी! ये कैल्शियम के अच्छे स्रोत है! गठिया रोग में दूध दही भी कोशिश करें की ना करें! कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए! पूर्ति फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करें!
- अधिक पानी वाले फल जैसे तरबूज, खरबूज, खीरा और पपीता जैसे फल खाने चाहिए!
- अंकुरित अनाज, पेठे का जूस, और गुड़ अपनी पसंद के अनुसार प्रयोग करें!
- इसके अलावा बादाम, अखरोट और मूंगफली भी भी खाना चाहिए!
आर्थराइटिस में कौन सा तेल प्रयोग करें? Use This Oil In Arthritis
- अलसी का तेल, जैतून का तेल, मछली का तेल और Borage Seed Oil इस्तेमाल करें!
- चाय में ग्रीन टी और तुलसी की चाय पी सकते है!
- गठिया की बीमारी में शहद, हींग, अश्वगंधा और हल्दी भी खानी चाहिए!
- इस रोग में चौलाई की सब्जी लाभ देने वाली होती है!
- पुराना चावल जो कम से कम 1 वर्ष पुराना हो! करेला, परवल, और सहजन की सब्जी भी लाभ देने वाले होते है!
कौनसी मछली खानी चाहिए? Which Fish To Be Eaten
गठिया में लोगों के मन में मछली खाने को लेकर बहूत शंका रहती है! लेकिन गठिया के मरीज हफ्ते में 2 बार 120 ग्राम तक मछली खा सकते है!
जैसे की : Tuna, Salmon, Herring, Sardines, Scallops And Anchovies होते है!
इस बात की पुष्टि Arthritis Foundation भी करता है जो की अमेरिका में स्थित है! ये अमेरिका में स्थित आर्थराइटिस की एक प्रमाणित संस्था रोगों से जुडी एक प्रमाणिक संस्था है!
कुछ जरूरी उपाय जो गठिया रोग को निष्क्रिय करने में मदद करते है!
Some Important Tips Which helps to reduce arthritis affects
- अमरुद की कुछ पत्तियां पीसकर उसमे काला नमक मिलकर 40 दिनों तक खाएं!
- एक छोटा चम्मच हल्दी, उतनी ही मात्रा में अदरक और 2 लहसुन कुचलकर सब मिला लें! उसके बाद 10-15 मिनट के लिए धीमी आंच पर गर्म करें और रोजाना सुबह शाम खाली पेट पियें!
- बथुआ को आटे में गूथकर उसकी रोटियां बनाकर खाएं!
- तुलसी के 4 पत्ते रोजाना सुबह खाली पेट चबाकर खाएं!
- सौंठ का पाउडर 1-3 ग्राम पानी में मिलाकर हमेशा भोजन करने के बाद पियें!
- हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए रोजाना सुबह नियमित रूप से धुप में बैठे! अगर हो सके तो शरीर पर तिल का तेल लगाकर नियमित रूप से धूप सकें!
- सुबह नाश्ते में दलिया शामिल करें!
- मल्टी ग्रेन आटे से बनी रोटियां ही खाएं!
- रोजाना आधा चम्मच मेथीदाना रात में भिगोकर रख दें! सुबह उसे पानी सहित खा लें! ये दर्द को काटने और गठिया को ठेकेक करने में बहूत लाभकारी है! मेथी की तासीर गर्म होने के कारण जोड़ो के तमाम दर्द में लाभकारी है! खासकर सर्दियों में इसका प्रयोग जरूर करें!
- मेथीदाना को आटे में मिलाकर उसका हलवा बनाकर भी खा सकते है!
- एक ग्लास दूध में आधा चम्मच हल्दी, लहसुन की 2 कलियाँ कुचली हुई और आधा छोटा चम्मच सोंठ पाउडर मिलाकर रोजाना पिए!
लहसुन का नुस्खा 1: Garlic Tips For Arthritis 1
सुबह के समय 1 चम्मच लहसुन को कुचलकर उसमे शहद या देसी घी मिलाकर 2 से 3 महीने तक रोजाना खाएं! इससे बहुत लाभ होगा!
लहसुन का नुस्खा 2: Garlic Tips For Arthritis 2
जोड़ो और सुजन वाली जगह पर लहसुन के रस में कपूर या यूकेलिप्टिस का तेल मिला लें और उससे मालिश करें!
गठिया रोग में क्या नहीं खाना चाहिए? Which Food Not To Be Eaten
- गठिया रोगी बासी भोजन नहीं करें! गरिष्ठ भोजन, घी या तेल में तली हुई, चाय, चीनी, चिप्स, चटनी, रेड मीट, आचार, पापड़, मसालेदार और तीखा भोजन नहीं खाएं!
- चौमीन, चोकलेट, बर्गर, मोमोस, चाट, केक पेस्ट्रीज, कोल्ड ड्रिंक्स और मैदे से बनी हुई चीजें, डिब्बा बंद भोजन, जंकफूड, इत्यादी से चीजो से हमेशा के लिए तौबा कर लें!
- सफ़ेद ब्रेड, चावल, अमचूर, इमली, लाल मिर्च, टमाटर, मक्खन, शराब, भिन्डी, उड़द की दाल, राजमा, फूलगोभी, कटहल, मसूर दाल नहीं खाएं!
- वो सभी चीजे जो गैस बनाती है उन सभी चीजो से परहेज रखें! अपना हाजमा दुरुस्त रखें! खट्टी या ठंडी चीजें नहीं खाएं!
- यूरिक एसिड बढ़ाने वाले भोजन नहीं खाएं!
- रात या शाम के समय दही, लस्सी, छाछ नहीं खाएं!
- खटाई, कच्चा आम, इमली, सिरका, इत्यादी खट्टी चटपटी चीजे नहीं खाएं!
- अधिक नमक का सेवन करने से शरीर का कैल्शियम कम होने लगता है! और हड्डिया कमजोर होती है! पेशाब में भी नमक की मात्रा अधिक हो जाती है! इसलिए अधिक नमक युक्त भोजन या कोई चीज नहीं खाएं!
- चाय या काफी नहीं पियें! केवल तुलसी की चाय या ग्रीन टीय ही पियें!
- मूली और उड़द की डाल नहीं लें! बुखार होता है तो चावल भी बंद कर दें!