Arthritis Diet Chart Plan And Schedule - गठिया में कब और कितना खाएं!
अगर रोग अधिक पुराना नहीं है तो वो ठीक हो सकता है! लेकिन ये तभी हो सकता है अगर रोगी हर कार्य नियमित रूप से रोजाना करें! बिना किसी भी तरह का आलस या लापरवाही के! केवल कुछ दिन लेकर ही ये सोचकर बंद नहीं करें की लाभ नहीं हो रहा है!Arthritis Diet Plan and Schedule - गठिया रोग में क्या और कब खाएं! |
ये डाइट चार्ट कम से कम 2 महिना लें! आप स्वयं ही लाभ अनुभव करेंगे! और इसे अपनी इच्छा अनुसार आगे भी जारी रख सकते है! रोग में आराम होने पर या ठीक होने पर पहले की तरह अपनी दिनचर्या शुरू नहीं करें! ध्यान रखे की आपकी उसी दिनचर्या और खान पान की आदत से ही ये बीमारी हुई है!
इसलिए अपने आपको बदलें! जीवन को आनंदमय और खुशहाल रखने के लिए अच्छी और नियमित दिनचर्या का पालन करें! इस बात का भी विशेष ध्यान रखें की गठिया के मरीज को सुबह धुप में जरूर कुछ देर बैठना चाहिए! इससे हड्डियों की जकडन और कमजोरी दूर होगी!
अगर कोई व्यक्ति आमवात रोग अर्थात गठिया की बीमारी से पीड़ित है तो उसे इस तरह से अपना डाइट लेना चाहिए!
- सुबह 5 बजे: एक नीबू का रस, 4 लहसुन की कलियाँ कुचली हुई, 2 चम्मच शहद लेकर इन सबको एक ग्लास गुनगुने पानी में मिलाकर खाली पेट पिए! इसमे आप 1 चम्मच हल्दी और अदरक का टुकड़ा कुचलकर भी डाल सकते है इससे अधिक लाभ मिलेगा!
ध्यान रखे की पानी गुनगुना होना चाहिए! इसके अलावा कभी भी ठंडा पानी नहीं पिए! हमेशा जब भी पानी पिए हल्का गुनगुना हो इस बात का ध्यान जरूर रखें!
- सुबह 6:30 बजे:
रात में भिगोकर रखी हुई 25 ग्राम मेथी का पानी गुनगुना करके पिए! बची हुई मेथी को अंकुरित करके खा सकते है!
- सुबह 9 बजे:मौसमी सब्जियों का रस या सूप पिए! ख़ास तौर से गाजर का रस आधा ग्लास पिए!
- सुबह 11 बजे:गेहूँ के आटे से बनी 2 रोटीया, उबली हुई हरी सब्जी, अंकुरित मेथी और साथ में सलाद लें! भिगोकर रखी हुई जिस मेथी का पानी सुबह पिये थे! उस मेथी को अंकुरित करके खाएं! स्वाद बढ़ाना चाहते है! तो खीरा, गाजर, टमाटर, भी इसमे मिला सकते है!
- दोपहर 2 बजे: 4 फल अपनी इच्छानुसार लें!
- सायकाल 4 बजे: नीबू और शहद गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए!
- सायंकाल 6:30 बजे: अंकुरित किये हुए अनाज और फल खाएं!
- सायंकाल 8 बजे:
- भोजन में लौकी, तोरई और फलों में आम पपीता व खट्टे फलों का रस लेना चाहिए!
गठिया रोगियों को नियमित रूप से बताये गए डाइट का पालन करना चाहिए! इससे गठिया रोग के दर्द और सुजन में बहूत राहत मिलेगी!