अपेंडिक्स का असहनीय दर्द अब नहीं होगा - No More Apendix Pain Fear - How To Treat Appendix

अपेंडिक्स के मुख्य कारण - Apendix Major And Basic Reasons


गलत खानपान और गलत जीवनशैली होने का कारण, आजकल कम आयु में भी अपेंडिक्स की समस्या लोगो को हो रही है! ये बीमारी क्यों होती है! और इससे कैसे बचा जा सकता है! आइये जानते है!

  • अपेंडिक्स हमारे शरीर में आंतो के बीच में स्थित होता है! इसमे संक्रमण हो जाने के कारण अपेंडीसाईटिस नाम की बीमारी हो जाती है! इसमे बहूत तेज पेट दर्द होने लगता है!
  • दरअसल अपेंडिक्स हमारे पेट में आंतो का ही एक छोटा सा हिस्सा होता है! अपेंडिक्स के 2 सिरे होते है! इसका एक सिरा बंद होता है जबकि दूसरा सिरा खुला होता है!
  • इसके खुले सिरे से अगर कभी खाना या मल कभी अन्दर चला जाये! तो ये कभी भी बाहर नहीं निकल पाता है! जिसके कारण अपेंडीसाईटिस संक्रमण हो जाता है! ऐसा होने पर पेट के दायें भाग में धीरे धीरे सुजन और दर्द होने लगता है!
 
No More Apendix Pain Fear - अपेंडिक्स का असहनीय दर्द अब नहीं होगा!

अपेंडिक्स शरीर के किस भाग में होता है और इसके कार्य क्या है?

Apendix Role in Body And Where It is Situated in Body?


अपेंडिक्स पेट के दायीं तरह होता है! और इसका प्रमुख कार्य हमारे शरीर में ग्लूकोस को पचाने में मदद करना होता है! मान विकास से पहले आदिकाल में जब मानव कच्चा भोजन खाता था! तो उस समय अपेंडिक्स का काम भोजन को पचाने में अधिक मददगार होता था!

एक शोध के अनुसार अपेंडिक्स शरीर में जरूरी अंग होता है! इसके अन्दर अच्छे बैक्टीरिया होते है जो पाचन क्रिया में मदद करते है! शरीर में लम्बी बीमारी के समय जब भोजन को पचाने में मदद करने वाले अच्छे बैक्टीरिया कम हो जाते है! तो अपेंडिक्स का काम भोजन पचाने में मदद करना होता है!

ये मरीज के लिए असहनीय दर्द का कारण बन जाता है! जो डॉक्टरस को भी परेशान करता है! क्योंकि, इसका इलाज मुश्किल होता है!

खतरनाक होता है इसकी अनदेखी करना!

ये अंग छोटी और बड़ी आंत की मिलने वाले स्थान पर होता है! इसका आकार 2 से 4 इंच के बीच होता है! इसमे संक्रमण होने से सुजन और दर्द होने लगता है! ऐसा होने पर इसमे मवाद भर जाता है! और इसके फट जाने से खतरा होता है!

फट जाने पर इसके पेट में फ़ैल जाने का खतरा होता है! जो खतरनाक हो सकता है! और पेट में संक्रमण का खतरा हो जाता है! ऐसी स्थिति खरनाक होती है!

अपेंडिक्स के लक्षण!

अगर पेट के निचले और दायें भाग में जलन और सुजन की समस्या हो रही हो! तो, अपेंडिक्स होने की सम्भावना होती है! ये समस्या 10 वर्ष से 30 वर्ष की उम्र में सामान्य सी बात होती है! संक्रमण होने पर पेट या नाभि के आसपास असहनीय व तेज दर्द होने के अलावा उल्टी होना, पेट की दायीं तरफ तेज दर्द होना! जैसे लक्षण हो सकते है!

कई बार तेज नब्ज चलना, तेज बुखार होना व कफयुक्त मल आना, पीठ में दर्द, चक्कर आना, कब्ज या दस्त होना, पेशाब करते समय दर्द होना, ठण्ड लगना, गैस की समस्या होना! जैसी समस्याएं भी हो सकती है! ऐसा होने पर चिकित्सक की सलाह जरूर लें!

भोजन में क्या लें?

ऐसे में अधिक से अधिक फाइबर युक्त पदार्थ, हरी सब्जियां, सेब, और सलाद इत्यादी खाना चाहिए! खट्टे व मसालेदार भोजन, बाहर का खाना, और अधिक तेल से बनी चीजे नहीं खाएं!

डॉक्टर्स के अनुसार हमारे शरीर में अपेंडिक्स का होना भी जरूरी होता है! संक्रमण होने पर यदि दवाओं से आराम मिलता है! तो, इसे दवा से ही ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए! लेकिन अगर संक्रमण बार बार हो, दर्द की समस्या हो! और ऑपरेशन जरूरी हो! तो इसमे किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करें!

अपेंडिक्स के घरेलु इलाज!

  • अपेंडिक्स के दर्द से राहत पाने के लिए और सुजन को दूर करने के लिए रोजाना 2 बार अदरक की चाय पीना चाहिए!
  • अलोवेरा जूस का सेवन रोजाना करें! इससे आंतो में मौजूद गन्दगी साफ़ होनी शुरू हो जाती है! और जल्द आराम मिलता है!
  • अपेंडिक्स से बचने के लिए रोज पलक का जूस या इसकी सब्जी का सेवन करें! इससे लाभ होता है! पलक का किसी भी रूप में सावन कर सकते है!
  • भोजन लेने से आधा घंटे पहले टमाटर काट का उसमे सेंधा नमक बुरक ले! और उसका सेवन करें! ऐसा करने से जल्द ही सुजन और दर्द दोनों में राहत मिलती है!
  • तुलसी की चाय रोजाना पीना चाहिए! इससे पेट की समस्या नहीं होती है! रोजाना सुबह तुलसी ये 2 से 4 पत्ते खूब चबाचबा कर खली पेट खाएं! इससे बहूत लाभ होता है!
  • अपेंडिक्स के दर्द से आराम पाने के लिए छाछ में काला नमक मिलाकर पीना चाहिए! इससे लाभ मिलेगा! कोई भी उपाय करने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेद चिकित्सक से सलाह लेंना चाहिए!