शूगर के लक्षण और इलाज व खतरे- Diabetes Symptoms, Treatment and Risk Factors

कुछ साल पहले तक शूगर बड़ी उम्र के व्यक्ति की बीमारी ही समझी जाती था! लेकिन अब डायबिटीज रिसर्च सेण्टर के द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज 16-25 साल तक के युवा और लोगो में बड़ी तेजी से फैलती देखी जाने लगी है!


डायबिटीज कैसे होती है- Reason of Diabetes Disease

डायबिटीज की बीमारी अग्नाशय द्वारा उचित व पर्याप्त मात्र में इन्सुलिन न बना पाने के कारण होती है या फिर जब हमारा शरीर पर्याप्त मात्र में जरूरत के अनुसार इन्सुलिन का उपयोग ठीक प्रकार से नहीं कर पाता है तो शूगर की समस्या उत्पन्न हो जाती है! इंसुलीन एक प्रकार का हार्मोन होता है जो शरीर की शर्करा को पूरी तरह नियंत्रित करता है! शूगर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है इसकी मुख्य वजह इसके की इसके लक्षण लगभग 15-20 प्रतिशत मरीजो में नजर नहीं आते है!
Diabetes disease is also called silent killer because it's risk levels are hard to find in about 15 t- 20% patients. this disease occurs when our body becomes to fail to control insulin hormone in the body. Insulin hormone controls sugar level in the body.

खतरा (रिस्क फैक्टर) क्या है- What are the Risk Factor

  • अनुवांशिक कारण हो सकते है जैसे पता अथवा पिता को डायबिटीज होना
  • लगातार काफी समय से तनाव में रहने पर- lives in depression for long time.
  • शराब या अल्कोहल का नियमित सेवन करना- taking alcohol regularly.
  • शरीर में भोजन व पोषक पदार्थो की कमी होना- taking lower quantity of food according to the body and lack of healthy food.

शूगर व डायबिटीज के लक्षण- Symptoms of Diabetes

  • बार-बार मूत्र त्याग का मन होना ! feeling many times to pass the urine
  • शरीर का वजन कम होना अथवा मोटापा अधिक होना!- decreasing or increasing weight
  • बार-बार प्यास लगना! feeling low level of water in the body.
  • पैरों में व पिंडलियों में दर्द महसूस होना!- feeling pain in the leg.

शूगर का उपचार क्या है- Treatment of Diabetes or Sugar

  • मोटे लोगो व अधिक वजन वाले लोगो और परिवार में अगर किसी दुसरे सदस्य को मोटापे और अधिक वजन की समस्या हो और ये बीमारी हो तो उन्हें समय समय पर अपने शरीर का शूगर लेवल का जाँच करना चाहिए! check your sugar/diabetes level if your weight is higher then normal level.
  • अपना वजन नियंत्रित रखे और उम्र के हिसाब से नियंत्रित रखें!- control your weight and note all its measure points.
  • तनाव में ना रहें! don't live in depression.
  • थोड़े थोड़े अंतराल पर कुछ ना कुछ थोरा-थोरा खाते रहे! इससे डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है eat something on every 2 to 3 hours. It helps to maintain and control sugar level.
  • भोजन को डाइट चार्ट के अनुसार ही ले! take your food according to the diet chart.