मधुमेह की रोकथाम के उपाय संभव है- Diabetes Prevention and Treatment

मधुमेह की रोकथाम संभव है,खासतौर पर Type-2 डायबिटीज के मरीजो में, Type-2 की रोकथाम में यह बात ध्यान देने योग्य है की व्यायाम, दिनचर्या तथा खानपान में परिवर्तन द्वारा 35 प्रतिशत व्यक्तियों में मधुमेह की रोकथाम की जा सकती है, वही दवाइयों द्वारा 10 से 18 प्रतिशत व्यक्तियों में यानी रोकथाम का सबसे बेहतर उपाय है नियमित व्यायाम, खानपान में परिवर्तन तथा वजन में कमी,

यह खासतौर पर ऐसे व्यक्तियों के लिए है जिन्हें मधुमेह होने की आशंका हो यानि जो- People who could be affected with diabetes

  • व्यक्ति मोटे हो
  • जिन के मातापिता को डायबिटीज हो
  • जिन व्यक्ति का रक्तचाप (हार्ट प्रेशर) अधिक हो
  • स्थिर दिनचर्या वाले लोग
  • जिनको इम्पेयर्ड ग्लूकोज टोलेरेंस हो 
  • जिन के शरीर पर बदरंग दाग हो (जन्म से ही), जिन्हें अकेंनथोसिस निगरीकन्स कहते है
  • जिन की उम्र 45 से अधिक हो, ऐसे सभी व्यक्तियों को अपना ब्लड ग्लूकोस टेस्ट कराना चाहिए और यदि यह गड़बड़ है तो इलाज (treatment)  रोकथाम(prevention) या उपाय (solution) करना चाहिए
जिन व्यक्तियों का ब्लड ग्लूकोस ग्लुकोज इम्पेयर्ड है उनमें मधुमेह की रोकथाम संभव है परन्तु उस के लिए नियमित दवा एवं जाँच भी करानी पड़ती है!

तब रोकथाम और इलाज (Treatment) में फर्क क्या हुआ? 

जिस प्रकार हम पोलियो या डीटीपी के कुछ खुराक या टीका लगा कर उस से आजीवन बचते है उसी प्रकार मधुमेह की रोकथाम में हम प्रतिदिन दवा ले कर मधुमेह होने से रोकते है और इस की गारंटी भी नहीं होती है, जैसे ही आप का ब्लड ग्लूकोस बढे आप को इलाज चालू कराना होता है!

डायबिटीज की रोकथाम से फायदा क्या होगा? Benefits of Diabetes Prevention?

रोकथाम का फायदा यह है की हम जितने समय के लिए भी मधुमेह को होने ( Diabetes Prevention) से रोक पाए उतना समय हम ने मधुमेह के गंभीर प्रभावों को उत्पन्न होने के लिए कम कर दिया, आप सभी यह जानते ही है की मधुमेह एक आजीवन रोग है और इस के गंभीर पराभाव अवश्यम्भावी है जिन की विकास यात्रा को सिर्फ धीमा किया जा सकता है!

जिन व्यक्तियों को मधुमेह है या होने की सम्भावना डॉक्टर द्वारा व्यक्त की गई है उन्हें 6 माह या वर्ष में एक बार अपना रक्त परिक्षण जरूर करना चाहिए!