अगर इनफर्टिलिटी Infertility का कारण पता चल जाए, तो उसका इलाज भी संभव है! गर्भधारण न कर पाने के क्या-क्या- कारण हो सकते है, आइये जाने-
हममे से अधिकांश लोग गर्भधारण की बड़ी उपलब्धि नहीं मानते है! हमें लगता है की बच्चे जन्म कोई चुनौती भरा काम नहीं है! पर, सच्चाई यह नहीं है! कई मामलो में इनफर्टिलिटी (Infertility) के कुछ आम कारण होते है!
अगर एक साल तक गर्भधारण की कोसिस में आप लगातार असफल हो रही है तो जरूरी है की आप जल्द-से-जल्द इस बारे में अपनी गाइनेकोलोजिस्ट Gynecologist से सलाह ले! नीलकंठ IVF हॉस्पिटल, डिपार्टमेंट ऑफ़ रिप्रोडक्टिव साइंसेज विभाग की प्रमुख डॉक्टर बिंदु गर्ग के अनुसार 'इनफर्टिलिटी' का इलाज (Infertility Treatment) शुरू करवाने से पहले आपको अपनी चिकित्सा सम्बन्धी सीमाओ का पता होना चाहिए! जो लोग उम्मीद कायम रखते है, वो देर-सबेर माँ बनने के अपने लक्ष्य में सफल हो जाते है!
कई बार पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण अंडाशय में गांठ बन जाती है! यह गांठ अंडाणुओं को फेलोपियन ट्यूबमें जाने नहीं देती! अगर आपकी समस्या का कारण PCOS नहीं है, तब भी आपकी मदद कर सकते है! आप पीसीओएस से ग्रसित होने के बाद अगर आप गर्भधारण करना चाहती है तो इसके लिए आपको अपना वजन संतुलित करना और सेहतमंद लाइफस्टाइलअपनाना जरूरी होगा!
डॉक्टर आईयुआई के माध्यम से शुक्राणुओ को सीधे गर्भे में इंजेक्ट कर सकते है! इस दौरान डॉक्टर आपको हार्मोनल इंजेक्शन भी दे सकते है ताकि गर्भधारण की संभावना बढ़ जाए! कई बार सेहतमंद शुक्राणु की संख्या इतनी कम होती है आईयुआईभी मददगार साबित नहीं होती है! ऐसी स्थिति में गर्भधारण के लिए आईसीएसआई की मदद ली जाती है! इस मामले में सबसे अंतिम विकल्प स्पर्म डोनेशन होता है!
हममे से अधिकांश लोग गर्भधारण की बड़ी उपलब्धि नहीं मानते है! हमें लगता है की बच्चे जन्म कोई चुनौती भरा काम नहीं है! पर, सच्चाई यह नहीं है! कई मामलो में इनफर्टिलिटी (Infertility) के कुछ आम कारण होते है!
अगर एक साल तक गर्भधारण की कोसिस में आप लगातार असफल हो रही है तो जरूरी है की आप जल्द-से-जल्द इस बारे में अपनी गाइनेकोलोजिस्ट Gynecologist से सलाह ले! नीलकंठ IVF हॉस्पिटल, डिपार्टमेंट ऑफ़ रिप्रोडक्टिव साइंसेज विभाग की प्रमुख डॉक्टर बिंदु गर्ग के अनुसार 'इनफर्टिलिटी' का इलाज (Infertility Treatment) शुरू करवाने से पहले आपको अपनी चिकित्सा सम्बन्धी सीमाओ का पता होना चाहिए! जो लोग उम्मीद कायम रखते है, वो देर-सबेर माँ बनने के अपने लक्ष्य में सफल हो जाते है!
अंडाणु से जुडी समस्या
गर्भधारण की पूरी प्रक्रिया मूल रूप से आपके अंडाणु और आपके साथी के शुक्राणु से जुडी होती है! अगर आपके शरीर में अंडाणु का निर्माण नहीं हो रहा है या फिर अनियमित रूप से हो रहा है तो आपके गर्भधारण की संभावना भी कम होगी!आपकी डॉक्टर जाँच आदि के बाद यह आसानी से पता लगा पाएंगी की आपकी परेशानी का कारण क्या है!कई बार पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण अंडाशय में गांठ बन जाती है! यह गांठ अंडाणुओं को फेलोपियन ट्यूबमें जाने नहीं देती! अगर आपकी समस्या का कारण PCOS नहीं है, तब भी आपकी मदद कर सकते है! आप पीसीओएस से ग्रसित होने के बाद अगर आप गर्भधारण करना चाहती है तो इसके लिए आपको अपना वजन संतुलित करना और सेहतमंद लाइफस्टाइलअपनाना जरूरी होगा!
शुक्राणु से जुडी समस्या
अगर गर्भधारण न कर पाने की वजा पति के शुक्राणुओ की कम संख्या है तो इस परेशानी को वजन कम करने, लाइफ स्टाइल सुधरने और शराब आदि से दुरी बनाकर ठीक किया जा सकता है! अगर इसके बाद भी शुक्राणुओ की संख्या नहीं सुधर रही है तो इसका मतलब है की समस्या थोरी गहरी है! डॉक्टर शुक्राणु के सैंपल की जाँच के बाद समस्या का मूल कारण पता लगा सकते है!डॉक्टर आईयुआई के माध्यम से शुक्राणुओ को सीधे गर्भे में इंजेक्ट कर सकते है! इस दौरान डॉक्टर आपको हार्मोनल इंजेक्शन भी दे सकते है ताकि गर्भधारण की संभावना बढ़ जाए! कई बार सेहतमंद शुक्राणु की संख्या इतनी कम होती है आईयुआईभी मददगार साबित नहीं होती है! ऐसी स्थिति में गर्भधारण के लिए आईसीएसआई की मदद ली जाती है! इस मामले में सबसे अंतिम विकल्प स्पर्म डोनेशन होता है!