प्रदुषण से आँखों में कंजंक्टिवाइटिस संक्रमण की समस्या- Conjunctivitis Infection Treatment

दुनिया भर में प्रदुषण पिछले 20 सालो में बहूत तेजी से बढ़ा है! इससे हर आयु वर्ग का व्यक्ति और हर स्टार के लोग प्रभावित होते है, खासकर अधिक उम्र के लोग व बच्चे तथा अधेड़ वर्ग प्रभावित होता है! ऐसे में आँखों का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है, आँखों पर प्रदुषण का विशेष असर पड़ता है इसलिए इनकी देखभाल भी बेहद जरूरी है!

कंजंक्टिवाइटिस संक्रमण की समस्या- How Conjunctivitis Infection Affect Eyes

प्रदुषण बढ़ने पर लोगो को आँखों में कंजंक्टिवाइटिस Conjunctivitis जैसी परेशानिया हो जाती है जो संक्रमण की में वजह से आँखों में फैलता है! लोग रोजाना प्रदूषित जगहों से होकर ऑफिस में बसों, कारो, स्कूटर, बाइक इत्यादी वाहनों से जाते है वातावरण में फैले प्रदुषण से प्रभावित होते है! एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस ( allergic conjunctivitis infection ) हवा में उपस्थित रासायनिक कणों व विषाणुओं के कारण समस्या उत्पन्न हो जाती है जिससे आँखों में जलन, व खुजली हो जाती है और आंखे लाल होकर सूज जाती है, इसमे दर्द भी रहता है!

हवा में प्रदुषण के रूप में उपस्थित सल्फ़र डाईऑक्साइड, निट्रोजन डाईऑक्साइड, और नाइट्रिक ऑक्साइड जैसे प्रदुषण के तत्व आँखों के आंसुओ की ग्रंथि को अम्लीय बना देने की वजह से आँखों की आंसुओ की ग्रंथि श्रतिग्रस्थ और संक्रमित हो जाती है आंसुओ में नमी बढाती है जिससे आंसुओ की ग्रंथियों में सुजन, लाल होना, खुजली व दर्द होने लगता है!

एलर्जिक संक्रमण कंजंक्टिवाइटिस से बचाव- Safety From Conjunctivitis Infection

आँखों की इस अलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस की समस्या से बचने के लिए उपाय करना जरूरी होता है अन्यथा परेशानी बढ़ जाती है!बचने ली लिए निम्न उपाय करने चाहिए
  • जरूरत न होने पर खिडकिया दरवाजे बंद रखे जिससे अलर्जिक तत्वों के संपर्क में न आएं!
  • एयर पुरिफायर air purifier का इस्तेमाल किया जा सकता है जो हवा को दूषित होने से व संक्रमणकारी विषाणुओं को भी नष्ट करता है!
  • परफ्यूम और बाहरी प्रदूषित वायु से बचने की कोशिश करना चाहिए!
  • आँखों को साफ़ पानी से धोए और उन्हे रगड़े या खुजलाए नहीं

डॉक्टर से जरूरी सलाह ले और उससे संपर्क करे

अगर आँखों में समस्या अधिक हो रही हो तो डॉक्टर  से संपर्क जरूर करे जो आपको आँखों में डालने के लिए कुछ एंटी-इन्फ्लोमेट्री आई ड्राप या फिर ओरल एंटीहिस्टेमाइंस का उपयोग करने की सलाह दे सकता है! कभी कभी डॉक्टर्स गंभीर मामलो में स्टेरॉयड आई ड्राप भी देते है!

बच्चो के आँखों में संक्रमण

आमतौर पर बच्चो मेंसंक्रमण होता रहता है जिसका प्रमुख एलर्जी है! हवा में बढती प्रदुषण की मात्रा, रसायनों से निर्मित काजल जैसे उत्पादों, धुल-मिटटी, इत्यादी से बच्चे जल्दी संक्रमित होते है! जिससे आँखों की लाली, खुजलाहट होना, सुजन और दर्द होना जैसी समस्या हों जाती है! इसलिए इन सब तत्वों से बच्चो को सीधे संपर्क से बचाना चाहिए शरीर में आंखे बहूत ही कोमल होती है इसलिए आँखों को इन तत्वों से सीधे संपर्क में आने से बचाना  चाहिए! मौसम में परिवर्तन से भी allergy एलर्जी होने की संभावना बढ़ा जाती है इसलिए सावधानी जरूरी होती है!

अत्यधिक परेशानी होने पर डॉक्टर स्टेरॉयड आई ड्राप का इस्तेमाल करने को देते है जिससे संक्रमण से जल्दी निजात दिलाई जा सके और आँखों को बचाया जा सके!एलर्जी से जल्दी आराम के लिए मोस्ट सेल स्तेबलिज़ेशान आई ड्राप भी दिया जा सकता है व ड्राईनेस होने पर एंटी-इन्फ्लेमेंशॉन ड्राप फायेदेमंद होती है और लुब्रिकेंट आई ड्राप का इस्तेमाल किया जाए तो लाभ होता है!

कंजंक्टिवाइटिस अत्यधिक होने पर आँखों को बड़ानुक्सान हो सकता है आँखों की द्रष्टि तक जा सकती है इसलिए इसका इलाज समय पर सालद से जल्द जरूरी होता है!